सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

नन्हीं कोंपलों का फिर से स्वागत है (स्कूल आए बच्चों के स्वागत में कविता)

जैसा कि हम देख रहे हैं कि गरमी की लंबी छुट्टियों के बाद, स्कूल के आँगन में रौनक लौट आई है। आप बच्चों से ही स्कूल का हर कोना आबाद है। आप बच्चों का फिर से स्कूल आना, एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार कर रहा है। 

इस अवसर पर मैं एक कविता प्रस्तुत करने जा रही हूं, जिसका शीर्षक है 


-नन्हीं कोंपलों का फिर से स्वागत है!

खुशियाँ लिए, बस्ते टाँगे, फिर तुम लौटे प्यारे बच्चो।

हंसी तुम्हारी गूँज रही है, विद्या के प्रांगण में अब तो।

खाली था हर कोना पहले, सूना था हर गलियारा।

अब तुम संग अपने लाए हो, खुशियों का इक उजियारा।।


पंख लगाकर सपनों को अब, फिर से तुमको उड़ना है।

नई किताबों के पन्नों पर, ज्ञान की सीढ़ी चढ़ना है।।

हम शिक्षक भी देख रहे थे, राह तुम्हें पढ़ाने को।

नया सवेरा आया है देखो, फिर खुशियाँ बिखराने को।।


चलो मिलकर वचन लेते हैं, न छोड़ेंगे साथ परिश्रम का, 

अभ्यास, लगन और एकाग्रता ही, लक्ष्य बने अब जीवन का।

स्नेह और ज्ञान की गंगा, मिलकर फिर से बहाएँगे।।

विद्या के इस मंदिर को, ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।


स्वागत है तुम्हारा प्यारे बच्चो, ज्ञान की इस दुनिया में। 

खिलते रहो तुम फूल के जैसे, विद्या की इस बगिया में।।

आगे बढ़ो, नाम कमाओ, रोशन करो हर एक डगर।

फिर से शुरू हो गया तुम्हारा, शिक्षा का यह नया सफर।। 


धन्य

धन्यवाद। आपका दिन मंगलमय हो।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Harihar kaka हरिहर काका (संचयन) questions answers of Harihar Kaka

 हरिहर काका  प्रश्नोत्तर  प्रश्न 1-कथावाचक और हरिहर काका के बीच क्या संबंध है इसके क्या कारण हैं? उत्तर-कथावाचक और हरिहर के बीच मधुर, आत्मीय और गहरे संबंध हैं। इसके कई कारण हैं-पहला हरिहर काका कथावाचक के पड़ोसी थे। दूसरा हरिहर काका ने कथावाचक को बहुत प्यार-दुलार दिया था। हरिहर काका उसे बचपन में अपने कंधे पर बिठाकर गाँव भर में घुमाया करते थे। हरिहर काका के कोई संतान नहीं थी, इसलिए वे कथावाचक को एक पिता की तरह प्यार और दुलार करते थे। जब लेखक बड़ा हुआ, तो उसकी पहली मित्रता हरिहर काका के साथ हुई थी। वे उससे कुछ नहीं छिपातेे थे। इन्हीं कारणों से उन दोनों के बीच उम्र का अंतर होते हुए भी गहरा आत्मीयपूर्ण संबंध था।  प्रश्न 2-हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक ही श्रेणी के क्यों लगने लगे?  उत्तर-हरिहर काका एक निःसंतान व्यक्ति थे। उनके हिस्से में पंद्रह बीघे उपजाऊ ज़मीन थी। महंत और उनके भाई दोनों का उद्देश्य हरिहर काका की इसी उपजाऊ ज़मीन को अपने कब्जे में करना था। अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए दोनों ने काका को अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में फँसाना शुरू कर दिया। काका के भाई भी...

Practice Paper, IX-Hindi (2022-23)

अभ्यास प्रश्न पत्र (2022-23) विषय - हिंदी 'ब' कक्षा - नौ सामान्य निर्देश- 1-इस प्रश्नपत्र के दो खंड हैं-‘अ’ एवं ‘ब’ 2-दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर लिखना अनिवार्य है। 3-खंड ‘अ’ में बहु-विकल्पात्मक प्रश्न पूछे गए हैं। 4-खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं। 5-यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमशः एवं निर्देशानुसार शब्द-सीमा में लिखें। 6-उत्तर स्पष्ट एवं सुंदर लेख में लिखने का प्रयास करें। ( खंड ‘अ’ वस्तुपरक प्रश्न) अपठित बोध-10 अंक प्रश्न 1-निम्नलिखित अपठित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1×5=5) आत्मविश्वास की सबसे बड़ी दुश्मन है-दुविधा, क्योंकि दुविधा एकाग्रता को नष्ट कर देती है। आदमी की शक्ति को बाँट देती है। बस वह आधा इधर और आधा उधर, इस तरह खंडित हो जाता है। मेरे एक मित्र अपनी पत्नी के साथ जंगल में एक पेड़ के नीचे बैठे बात कर रहे थे। बात करते-करते पत्नी सो गई। वह उपन्यास पढ़ने लगे। अचानक उन्हें लगा कि सामने से भेड़िया चला आ रहा है, उन्हीं की तरफ़। भेड़िया, एक खूँखार जानवर, वह इतने घबरा गए ...

Bade bhai sahab (questions & answers)बडे़ भाईसाहब (पाठ-1, गद्य भाग)

  मौखिक निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए- प्रश्न 1.  कथा नायक की रुचि किन कार्यों में थी? उत्तर-हमारी दृष्टि में पाठ के कथा नायक लेखक यानी कहानी लिखने वाले छोटे भाई हैं। छोटे भाई की रुचि खेल-कूद में थी। उन्हें पढ़ने से अधिक पसंद था-मैदान की सुखद हरियाली, फुटबॉल एवं बॉलीबॉल खेलना, पतंगबाज़ी करना, गुल्ली-डंडा खेलना, कागज की तितलियाँ उड़ाना, चारदीवारी पर चढ़कर नीचे कूदना, कंकरियाँ उछालना तथा फाटक पर सवार होकर उसे मोटर-कार की तरह आगे-पीछे चलाना। प्रश्न 2.  बड़े भाई साहब छोटे भाई से हर समय पहला सवाल क्या पूछते थे? उत्तर-छोटा भाई जब भी खेल-कूद में समय बरबाद करके आता, तो बड़े भाई उससे हमेशा एक ही सवाल पूछते थे-कहाँ थे? यह सवाल हमेशा एक ही लहज़े में पूछा जाता था। उसके बाद उनकी उपदेश-माला प्रारंभ हो जाती थी।  प्रश्न 3.  दूसरी बार पास होने पर छोटे भाई के व्यवहार में क्या परिवर्तन आया? उत्तर-दूसरी बार पास होने पर छोटे भाई को अपने ऊपर अभिमान हो गया। वह स्वच्छंद और घमंडी हो गया। उसे लगनेे लगा कि उसकी तकदीर बलवान है, अतः वह पढ़े या न पढ़े, वह पास हो ही जाएगा। वह ...