सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जनवरी, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

'कार्य' और 'क्रिया' में अंतर

अक्सर 'कार्य' और 'क्रिया' - ये दोनों शब्द सुनने में एक ही अर्थ देने वाले शब्द लगते हैं, लेकिन ऐसा है नहीं। दोनों के अर्थ एवं प्रयोग में पर्याप्त अंतर है। हिंदी भाषा की यही खूबी है कि इसमें प्रत्येक भाव की अभिव्यक्ति के लिए अलग शब्द है। तो आइए, इस बारीक अंतर को समझने का प्रयास करते हैं- कार्य यानी कि 'टास्क' (नियत किया गया या करने योग्य)। 'क्रिया' यानी कि 'एक्शन'। जब हमें कुछ करने के लिए कहा जाता है, तो उसे कार्य कहते हैं, जैसे कि गृहकार्य, कक्षाकार्य आदि। और जब हम उस कार्य को कर रहे होते हैं, तो वह क्रिया कहलाता है। सीधे-साधे शब्दों में कहें तो 'टास्क' कार्य है और उस कार्य को करना या एक्शन क्रिया है। उदाहरण -  1-मुझे खाना बनाना है। खाना बनाना - कार्य है। याद करने का कार्य - क्रिया है। 2-आज गृह कार्य में दस सवाल करने हैं। सवाल करने को देना - कार्य है।  उन सवालों को करने का कार्य - क्रिया है।

'कि' और 'की' का सही प्रयोग पहचानें

अधिकतर यह देखा गया है कि छात्र-छात्रा यह नहीं समझ पाते कि कहाँ उन्हें 'कि' का प्रयोग करना चाहिए और कहाँ 'की' का। बहुधा अध्यापक इस अंतर एवं प्रयोग को समझते तो हैं, पर अपने विद्यार्थियों को समझाने में असमर्थ होते हैं। तो आइए, हम आपकी इस समस्या को हल करने का प्रयास करते हैं- 'की' संबंध कारक का चिह्न है। (संबंध कारक -का, के, की)। अतः इसे दो संज्ञाओं या सर्वनामों का संबंध बताने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। इसे इस प्रकार भी कह सकते हैं कि 'की' का प्रयोग दो  शब्दों के  बीच में होता है, जैसे — राम की बहन, उस की माताजी आदि। यहाँ राम तथा बहन इन दो संज्ञाओं या दो शब्दों के बीच में 'की' का प्रयोग हुआ है। जबकि 'कि' का प्रयोग दो  वाक्यों को  आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है, जैसे — "मैं घर से निकला ही था कि बारिश प्रारंभ हो गई।",  या  "अध्यापक ने कहा कि कल स्कूल बंद रहेगा।" आशा है, आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।

Important tips for Hindi board exams

हिंदी  परीक्षा में लाने हैं अच्छे अंक,  तो अपनाएँ ये बातें  यहाँ इस लेख में दसवीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं के लिए परीक्षा-पूर्व की तैयारी से लेकर परीक्षा देने तक के बीच आने वाल प्रत्येक प्रश्नों एवं शंकाओं का संपूर्ण निवारण किया गया है। आइए, इन सलाह और टिप्स को अपनाएँ और बोर्ड की हिंदी परीक्षा में अच्छे अंक लाएँ। हिंदी परीक्षा से संबंधित प्रश्न, जो परीक्षार्थियों के मन में अकसर उठते हैं - हिंदी परीक्षा और हिंदी प्रश्न-पत्रों को लेकर परीक्षार्थियों के मन में अकसर कुछ प्रश्न उमड़ते रहते हैं, तो हम यहाँ उनके प्रश्नों का समाधान करने का प्रयत्न कर रहे हैं। यदि इन प्रश्नों के अलावा भी किसी अन्य प्रश्न का उत्तर जानने की इच्छा हो तो आप कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। तो आइए, देखते हैं कि वे प्रश्न कौन-से हैं? प्रश्न 1-क्या पुनरावृति अभ्यास करते समय उत्तरों को लिखकर देखना आवश्यक है: जी हाँ, आपको चाहिए कि किसी भी अच्छे मॉडल पेपर या अभ्यास प्रश्न पत्र में से किन्हीं पाँच प्रश्नपत्रों को पूरा लिखकर हल करें, क्योंकि कई बार लिखने का अभ्यास कम होने से प्रश्न-पत्र छूटने की संभावना

Board exam preparation tips / बोर्ड परीक्षा की तैयारी हेतु महत्त्वपूर्ण टिप्स

      U.P, CBSE, ICSE सभी की बोर्ड परीक्षाएँ प्रारंभ होने वाली हैं। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए सही तरीकों को समझना बहुत महत्त्वपूर्ण हो सकता है। इसलिए, हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं कि कैसे आप बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। 1 -परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम को समझें: जो विषय आपने चुने हैं, उसके परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम को समझने का प्रयास करें। यह आपको परीक्षा में प्रश्न किस प्रकार के आएँगे और किस तरह से आपको अपनी तैयारी को फोकस करना है, उसके बारे में समझने में मदद प्रदान करेगा। 2-स्टडी शेड्यूल बनाएँ:  अपने दैनिक, साप्ताहिक और मासिक पढ़ाई की योजना का शेड्यूल बनाएँ। यह आपको संगठित रहने में मदद करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि आप समयबद्ध तरीके से सभी महत्वपूर्ण विषयों को कवर कर रहे हैं। 3 - पिछले वर्षों के परीक्षा पत्रों के साथ अभ्यास करें: पिछले परीक्षा पत्रों को सुलझाने से आपको परीक्षा की तैयारी में बहुत मदद मिलेगी। यह आपको पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार को समझने में मदद करेगा और निर्धारित समय-सीमा में प्रश्न पत्र हल कर ने में भी उपयोगी होगा, अन्यथा कई बार छ