तोप
प्रश्नोत्तर
निर्देश-निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
प्रश्न 1-विरासत में मिली चीजों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -विरासत में मिली चीजों की बडी सँभाल दो कारणों से होती है।
पहला-यह हमें अपने पूर्वजों की परम्पराओं और गौरवशाली इतिहास की जानकारी देती हैं, उससे परिचित कराती हैं।
दूसरा-यह हमें सीख भी देती हैं। यह हमें बताती हैं कि जो गलती हमारे पूर्वजों ने की है, वह हम न दोहराएँ।
जैसा कि ‘तोप’ कविता में कंपनी बाग में रखी तोप को दूसरे कारण की वजह से सँभालकर रखा गया है। यह तोप हमें सीख देती रहती है कि इसे देखकर हम हमेशा यह समझते रहें कि हमारे पूर्वजों से कब, क्या चूक हुई और उसके क्या गंभीर परिणाम भुगतने पड़े। यह हमें सचेत करती है कि हम उन गलतियों को न दोहराएँ।
प्रश्न 2 -इस कविता से आपको तोप के बारे में क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर -इस कविता से हमें तोप के विषय में यह जानकारी मिलती है कि यह तोप ईस्ट इंडिया कंपनी ने बनाई थी। इसका प्रयोग उन्होंने 1857 की क्रांति के समय किया था। इस क्रांति में यह ब्रिटिश फौज के लिए एक शक्तिशाली
हथियार थी, जिसकी सहायता से अंग्रेज़ों ने हमारे कई भारतीय वीरों के प्राण ले लिए थे। परन्तु आज यह तोप केवल देखने की वस्तु मात्र रह गई है। अब इसे कानपुर के कंपनी बाग में सजावटी वस्तु की तरह रखा गया है। कभी वीरों की धज्जियाँ उड़ाने वाली इस तोप से आज कोई नहीं डरता। इस पर बच्चे घुड़सवारी करते हैं और चिड़ियाँ इस पर बैठकर गपशप करती हैं।
प्रश्न 3 -कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?
उत्तर -कंपनी बाग में रखी तोप हमें अंग्रेजों के अत्याचारों और हमारे शहीदों के बलिदान की याद दिलाती है। यह हमें हमारे पूर्वजों की गलतियों से सीख लेने और सावधान रहने की सलाह देती है, ताकि ईस्ट इंडिया कंपनी जैसी कोई और कंपनी दोबारा हम पर राज न करे। इसी के साथ तोप यह सीख भी देती है कि चाहे कोई कितना भी अधिक शक्तिशाली क्यों न हो, परंतु यदि उसके इरादे नेक नहीं हैं तो उसका एक-न-एक दिन बुरा अंत अवश्य होता है। जैसा कि तोप कविता में बताया गया है कि तोप अपने समय में बहुत शक्तिशाली थी, परंतु उसका निर्माण गलत इरादे से किया गया था, इसलिए आज उससे छोटे-छोटे बच्चे और गौरैया भी नहीं डरती हैं।
प्रश्न 4 -कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात कही गई है। ये दो अवसर कौन से होंगे?
उत्तर -भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक दो दिन- 15 अगस्त अर्थात् स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी अर्थात् गणतंत्र दिवस हैं। ये दोनों हमारे राष्ट्रीय पर्व कहे जाते हैं। इन्हीं दो अवसरों पर कंपनी बाग को सजाया जाता है और तोप को चमकाया जाता है। इन दोनों दिवसों पर हम अपने शहीदों को याद करते हैं तथा समूह में एकत्र होकर झंडा फहराते हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें